देहरादून। कोटद्वार के निकट राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना ने हाल ही में बहुउद्देशीय सहकारी समिति कैमेडा, के अंतर्गत कुटकुट योजना में चार मातृ इकाइयों का निर्माण पूरा कर लिया है। इन इकाइयों की कुल लागत रु. 1 करोड़ 25 लाख रूपये की लागत वाली योजनाओं का आज शुक्रवार को सहकारिता सचिव, व परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक डाॅ0 बीवीआरसी पुरूषोत्तम, ने निरीक्षण किया। साथ में पौडी गढ़वाल जिला सहायक निबंधक श्री पान सिंह राणा सहित अन्य अधिकारी भी थे। ’निरीक्षण के दौरान राणा ने सचिव सहकारिता डॉ पुरषोत्तम को बताया कि चारों मदर यूनिटों का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। प्रत्येक मातृ इकाई को 2500 वर्ग फुट में है और इसमें प्रजनन के लिए 5000 मुर्गियों को रखने की क्षमता होती है। इस प्रकार, यह परियोजना 25 जनवरी से शुरू होने वाले 10,000 वर्ग फुट क्षेत्र के भीतर 20,000 मुर्गियों का प्रजनन शुरू करने के लिए तैयार है।’
उन्होंने बताया कि विशेष रूप से, इस पहल में शामिल व्यक्ति पिछले तीन महीनों से विशेष प्रशिक्षण से गुजर रहे हैं, जो उन्हें मातृ इकाइयों के सफल प्रबंधन के लिए तैयार कर रहा है। यह संपूर्ण और व्यापक तैयारी इस परियोजना की सफलता सुनिश्चित करने में शामिल सभी पक्षों के समर्पण और प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।’
’इस प्रक्रिया में निवेश की गई सावधानीपूर्वक योजना और कार्यान्वयन को देखते हुए, कोटद्वार के पास इन मातृ इकाइयों का कार्यान्वयन बेहद सफल होने की उम्मीद है। अपेक्षाकृत छोटे क्षेत्र में बड़ी संख्या में मुर्गियों के प्रजनन की क्षमता के साथ, यह परियोजना स्थानीय सहकारी समिति के लिए पर्याप्त पैदावार और लाभ का वादा करती है।’
’कोटद्वार के पास राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना ने सहकारी विकास का एक सराहनीय उदाहरण स्थापित किया है, और उम्मीद है कि मातृ इकाइयाँ क्षेत्र की आर्थिक और कृषि जीवन शक्ति में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।’