देव भूमि विज्ञान समिति (विज्ञान भारती, उत्तराखंड) द्वारा उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क), एनसीईआरटी एवं विज्ञान प्रसार नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में आज दिनांक 5 फरवरी 2023 को देहरादून स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में राज्य स्तरीय विद्यार्थी विज्ञान मंथन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में देव भूमि विज्ञान समिति उत्तराखंड (विभा उत्तराखंड) के अध्यक्ष प्रोफेसर के डी पुरोहित ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं परिचय कराया। उन्होंने कहा कि विभा उत्तराखंड द्वारा पूर्व में कक्षा 6 से 8 (जूनियर वर्ग) एवं कक्षा 9 से 11 (सीनियर वर्ग) स्तर पर प्रदेश के सभी 13 जिलों में जिला स्तर पर आयोजित की गई थी।
जिसमें से 127 प्रतिभागियों को राज्य स्तर के लिए चुना गया। इन चयनित 127 प्रतिभागियों द्वारा आज राज्य स्तरीय परीक्षा में प्रतिभाग किया जा रहा है जिसमें से प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर आने वाले 12 प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर के लिए चुने जाएंगे।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तराखंड विधान सभा की अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खंडूरी भूषण ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमको अपनी पुरानी विज्ञान परंपराओं की सीखना और समझना होगा। बच्चों को जिज्ञासु बनना होगा और हम अभिभावकों को बच्चों पर पढ़ाई और करियर को लेकर किसी भी प्रकार का दबाव या स्ट्रेस नहीं देना चाहिए, उन्हें स्वाभाविक रूप से पढ़ाई के लिए प्रेरित करना होगा।
आज के बच्चे देश के कल के शिक्षक और वैज्ञानिक हैं उन्हें विज्ञान से जोड़ने की जरूरत है। पर्वतीय भागों के बच्चों के लिए पहाड़ में ही वैज्ञानिक गतिविधियों का आयोजन जरूरी है।
कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि हेमवती नंदन गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रोफेसर राकेश भट्ट ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि भारत का विज्ञान दुनिया का सबसे प्राचीन विज्ञान है जिसको हमारे प्राचीन वैज्ञानिक ऋषियों और शिक्षकों ने हजारों साल पहले पूरी दुनिया को दिया। उन्होंने कहा कि आज जरूरत अपने विज्ञान को समझने, सीखने और जिज्ञासु बनने की है।
कार्यक्रम की सम्मानित अतिथि उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) की निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अनीता रावत ने कहा कि यूसर्क द्वारा पूरे प्रदेश में विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों के साथ साथ सभी जिलों में कुल 28 स्टेम प्रयोगशालाओं की स्थापना एवं 130 विज्ञान चेतना केंद्रों की स्थापना की गई है जिससे सभी विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति अभिरुचि विकसित हो सके।
आई आई आर एस देहरादून के निदेशक डॉ आर पी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हमको छोटे छोटे वैज्ञानिक प्रयोगों को अपने स्कूल, घर, आस पास करके देखना चाहिए, विज्ञान के सिद्धांतों को प्रयोगात्मक रूप से समझना एवं सीखना चाहिए।
सीबीएसई देहरादून के रीजनल डायरेक्टर डॉ रणवीर सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को विज्ञान की बारीकियों को समझना चाहिए।
माध्यमिक शिक्षा उत्तराखंड के संयुक्त सचिव श्री आई एल शर्मा ने सभी से विज्ञान की सोच के साथ आगे बढ़ने को कहा।
कार्यक्रम के अंत में देव भूमि विज्ञान समिति के सचिव प्रोफेसर हेमवती नंदन ने सभी का आभार व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम में वीवीएम उत्तराखंड के समन्वयक डॉ आर पी नौटियाल, डॉ लोकेश जोशी, डॉ सूरज पार्चा, डॉ नरेंद्र सिंह, डॉ भवतोष शर्मा, डॉ ओ पी नौटियाल, डीएवी पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती शालिनी समाधिया, श्रीमती आयुषी सिंह सहित कुल 200 लोग उपस्थित थे।