देहरादून। हिन्दू नेशनल इंटर कॉलेज देहरादून में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन भगवान परीक्षित का जन्म उत्सव मनाया गया। जहां पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली। कथा का वाचन करते हुए कौशिक महाराज ने कहा कि आज जिस प्रकार युवाओं का अपने सनातन धर्म की ओर ध्यान आकर्षित हो रहा है और हजारों की संख्या में युवक युक्तियां कथा सुन रहे हैं उसको देखकर लगता है कि सनातन धर्म धीरे-धीरे अपने स्वरूप में आ रहा है। वहीं दूसरी ओर उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का मतलब केवल हिंदू नहीं है सनातन धर्म का मतलब होता है सनातनी चाहे वह किसी भी मजहब का हो जिसके अंदर मनुष्यता होती है वही सनातन धर्म का अनुयाई कहलाया जाता है। आज समाज में जिस प्रकार कुरीतियां फैली हुई हंै उसके प्रति कुछ जिम्मेदारी अभिभावकों की भी होती है क्योंकि जिस प्रकार कुंभ बनाने वाला कुमार घड़े को आकार देता है वैसे ही अभिभावकों को अपने परिवार के बच्चों का भी ध्यान रखना चाहिए और उनको सही संस्कृति की तरफ ध्यान लगाने को कहना चाहिए। उन्होंने बताया कि लंपि बीमारी से जूझ रही पशुओं के लिये भी उन्होंने प्रण ले रखा है कि जब तक सभी पशु लंपि बीमारी से दूर नहीं होंगे वह इसके लिए कार्यरत रहेंगे। श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन ऊषा अग्रवाल एवं डी.एम. अग्रवाल, रीना अग्रवाल एवं आशीष अग्रवाल के द्वारा किया गया है।