नई दिल्ली/देहरादून। कुछ दिन पहले भाजपा से निष्कासित किए गए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत दोबारा से कांग्रेसी हो गए। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में उन्होंने अपनी पुत्रवधु अनुकृति गुसाई के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
भाजपा से निष्कासन के बाद से ही हरक सिंह रावत पिछले पांच दिन से दिल्ली में थे। कभी उनके कांग्रेस में जाने और कभी भाजपा में ही वापसी के कयास लगाए जा रहे थे। आज जाकर स्थिति स्पष्ट हुई।
आखिरकार पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो ही गए हैं। आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत पार्टी के तमाम शीर्ष नेताओं ने उनका स्वागत किया बता दें कि हरक पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगने के बाद भाजपा से उन्हें छह साल के लिए निष्कासित किया गया है। हरक को विगत रविवार को भाजपा से निकाला गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक टिकट की शर्त पर हरक की कांग्रेस में वापसी हुई है। पार्टी से या तो हरक सिंह रावत को या फिर उनकी बहू को टिकट मिल सकता है। हरक सिंह रावत ने एक बार फिर कांग्रेस में वापसी कर ली है। गौरतलब है कि रविवार को बीजेपी ने हरक सिंह रावत के बगावती तेवरों के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रावत को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था। इससे पहले भाजपा की उत्तराखंड इकाई की कोर ग्रुप बैठक के दौरान हरक सिंह रावत शामिल नहीं हुए थे।
कुछ दिन पहले भाजपा से निष्कासित किए गए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत दोबारा से कांग्रेसी हो गए। दिल्ली में कांग्रेस के वार रूम में उन्होंने अपनी पुत्रवधु अनुकृति गुसाई के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। माना जा रहा है कि हरक सिंह रावत की पुत्रवधु एवं पूर्व मिस इंडिया को लैंसडौन सीट से कांग्रेस चुनाव लड़ सकती है।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद हरक सिंह ने कहा कि 20 साल तक कांग्रेस के लिए संघर्ष किया है। एक बार फिर कांग्रेस को मजबूत करने में हम लोग जुटेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने के लिए कोई शर्त नहीं रखी है। बिना शर्त शामिल हुआ।
इस मौके पर हरक सिंह रावत ने कहा कि माफीनामा पर बोला कि कांग्रेस में आना ही मेरी सबसे बड़ी माफी है। हरीश भाई ने मेरा दिल से स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि मेने कोई शर्त नहीं रखी है। जो पार्टी तय करेगी, उसी पर चलूंगा। उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी भूमिका देगी उसका सही तरीके से निर्वहन किया जाएगा।
हरक सिंह रावत का कांग्रेस में भी विरोध हो रहा था और भाजपा में भी। हाल ही में रविवार को भाजपा हाईकमान ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह को पार्टी से छह साल से निष्कासित कर दिया था। उन्हें मंत्रिमंडल से भी बर्खास्त कर दिया गया था। बताया गया कि हरक स्वयं के साथ ही परिवार के लिए विधानसभा के तीन टिकट मांग रहे थे। जिस दिन पार्टी ने यह निर्णय सुनाया, उस दिन हरक दिल्ली में ही थे। इसके बाद से हरक के कांग्रेस में घर वापसी की चर्चा होने लगी थी।
शुक्रवार की दोपहर बाद 3.15 बजे हरक सिंह रावत और उनकी पुत्रवधु एवं पूर्व मिस इंडिया अनुकृति गुसाई रावत रकाबगंज स्थित कांग्रेस के वॉर रूम में गए। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने हरक की वापसी के लिए अंतिम समय तक जोर लगाया