देहरादून।बदरीनाथ धाम के कपाट मंगलवार (18 मई) को पुष्य नक्षत्र और वृष लग्न में ब्रह्ममुहूर्त में 4 बजकर 15 मिनट पर खोल दिए जाएंगे। बदरीनाथ धाम के सिंहद्वार व अन्य देवालयों को 20 कुंतल फूलों से सजाया गया है।आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी, श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी रावल ईश्वरीय प्रसाद नंबूदरी जी एवं श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि तेल कलश गाडू घड़ा सहित श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। कल ब्रह्म मुहुर्त 4 बजकर 15 मिनट में श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। इस अवसर हेतु श्री बदरी-केदार पुष्प सेवा समिति ने श्री बदरीनाथ धाम को फूलों से सजाया है। मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने श्रद्धालुओं को शुभकामनायें देते हुए घर से ही पूजा अर्चना करने का आग्रह किया है।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि कपाट खुलने की तैयारिया पूर्ण कर दी गयी है। आदिगुरू शंकराचार्य जी की जयंती पर आज श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में सादगी पूर्वक आदि गुरू शंकराचार्य जी का स्मरण किया गया। रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ने आदि गुरू शंकराचार्य जी महाराज की वैदिक परंपराओं को अक्षुण बनाये रखने का आवह्वान किया इस अवसर पर उप मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, डिम्मर उम्मटा डिमरी पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, डिमरी केंद्रीय पंचायत अध्यक्ष विनोद डिमरी आदि मौजूद रहे। सभी प्रक्रियाओं में कोरोना बचाव मानकों का पालन हो रहा है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर के हक-हकूकधारियों के साथ ही धर्माधिकारी, आचार्य ब्राह्मणों को ही धाम में जाने की अनुमति दी गई है।