उत्तराखंड में इन दिनों मौसम खूब कहर बरफा रहा है जिसके चलते पहाड़ों में क्षेत्रों में ग्रामीण हालात बेकाबू हो रखे हैं। मानसून सक्रिय होने के बाद से ही पहाड़ों पर कई हादसे हो रहे हैं।वही मूसलाधार बरसात होने के चलते नदियों ,नाले व गदेरों का जल स्तर बहुत बढ़ चुका है और उफान पर आ रखीं नदियों के पास जाना खतरे से खाली नहीं है।नदियों, गदेरों में डूब जाने के कई हादसे इन दिनों राज्य में प्रतिदिन हो रहे हैं।वहीं ताजा हादसा अभी बागेश्वर जनपद से सामने आया है।जहां बागेश्वर के कपकोट में चारा पत्ती काटने गई एक छात्रा की गदेरे में गिरने से दर्दनाक मौत हो गई है। हादसा बागेश्वर कपकोट थाना पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत बेलंग गदेरे में हुआ है। लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण बेलंग गदेरे का जलस्तर भी ज्यादा बढ़ा गया है। बता दे की मृतका 9 वीं कक्षा की छात्रा थी और अपने घर से चारा पत्ती काटने के लिए जंगल में गई हुई थी। जब वह चारा पत्ती काट कर घर की ओर वापस लौट रही थी तब वह लकड़ी के पुल से सीधा गदेरे में जा गिरी और वहीं तेज उफनते गदेरे के बहाव में बह गई और छात्रा की बेहद दर्दनाक मौत हो गई।
पुलिस ने मृतका का शव कन्युटी के पास से बरामद किया है। उधर हादसे के बाद से ही मृतका के परिजन रो-रो कर बेहाल है।प्रदेश में इन दिनों मौसम बिगड़ने के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि मैदानी क्षेत्रों में भी हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। नदियों,नालों और गदेरों में डूबने के कई मामले इन दिनों राज्य में सुनने को मिल रहे है । वहीं सतर्क रहने की सभी को जरूरत है की इस प्रकार के संवेदनशील इलाकों में जाने से बचे नहीं तो किसी बड़ी अनहोनी होने का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।