कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के बीच उत्तराखण्ड राज्य में स्कूलों का संचालन होने लगा है।बता दे की पहले चरण में 9वीं से 12वीं और दूसरे चरण में जूनियर कक्षाओं के छात्रों को स्कूल में प्रवेश मिल गई हैं। वहीं, अब 1 से 5वीं तक की कक्षाओं को खोलने को ले कर विचार किया जा रहा है। वहीं सूत्रों की मानें तो उत्तराखण्ड राज्य में पहली से पांचवीं तक के स्कूल जल्द ही खुल सकते हैं। बता दें कि यदि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे निजी स्कूल संचालकों के विचारों से पूरी तरह सहमत होते है तो उत्तराखण्ड में जल्द ही कक्षा 1 से 5वीं तक के छात्र भी बैग लेकर स्कूल जाते हुए नजर आ सकेंगे । वहीं, इस मामले पर मंगलवार को निजी स्कूल संचालकों की शिक्षा मंत्री संग अहम बैठक होनी है।
आपको बता दें कि इस बारे में प्रोग्रेसिव प्रिंसिपल स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. प्रेम कश्यप कहते है कि उत्तर प्रदेश में 1 से 5वीं तक के स्कूल भी छात्रों के लिए खोल दिए गए हैं। वहीं ऑनलाइन पढ़ाई को पूर्ण तह से बंदकर दिया जा रहा है और बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित भी कर रहे है। इसलिए अब राज्य में भी स्कूल खोलने का वक्त आ गया है। क्योंकि, ऑनलाइन शिक्षा से बच्चों की पढ़ाई चौपट हो रही है। माता-पिता की मदद से वे पेपर देकर अच्छे अंक तो हासिल कर रहे हैं, परन्तु कोई ज्ञान अर्जित नहीं कर पा रहे हैं। वहीं, उन्होंने कहा कि स्कूल बाकी जगहों से अधिक सुरक्षित हैं। इसलिए हम मंगलवार को शिक्षा मंत्री से वार्ता में स्कूल खोलने की पैरवी करेंगे। वैसे स्कूल संचालकों ने जो बात कही है, वो काफी हद तक सही भी है। कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह
से प्रभावित हुई है।