प्रदेश की राजधानी देहरादून से सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है।बता दे की जहां रात 12 बजे से ऊर्जा विभाग के लगभग 3500 कर्मचारी हड़ताल पर बैठे थे वहीं उनकी की हड़ताल स्थगित हो गयी है। ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत और संयुक्त संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों के बीच में तकरीबन 1 घंटे की बैठक हुई जो कि सफल रही, जिसके पश्चात ऊर्जा मंत्री और कर्मचारी नेता इंसारुल हक ने हड़ताल समाप्त होने का एलान किया है। हालांकि, कर्मचारियों ने मिनट्स मिलने तक हड़ताल पर अड़े रहने की बात भी कही है।
आपको बताते चले की। ऊर्जा निगम के संयुक्त संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों ने रात 12:00 बजे से हड़ताल को शुरू कर दिया था । ऊर्जा विभाग के 3500 कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने की खबर से ही सरकार के हाथ फुले हुए थे।तो वहीं विद्युत अधिकारी व कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के राज्यव्यापी आंदोलन की हड़ताल का असर भी दिखना आरम्भ हो गया था। जिसके बाद से सम्पूर्ण उत्तराखण्ड राज्य की बिजली व्यवस्था चरमरा गई थी। प्रदेश के अलग अलग जनपदों में अलग अलग क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई थी। लोग परेशान हो रहे थे। कर्मचारियों की मांग के आगे सरकार को आखिरकार झुकना पड़ा। जनता को दिक्कत ना हो इसलिए ऊर्जा मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने बागडोर संभाली है। जहां बैठक में फैसला लिया गया है कि 1माह के अंदर संगत मोर्चा की मांगों को सरकार पूरा करेगी। बैठक में संयुक्त मोर्चा पदाधिकारियों को ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने ध्यानपूर्वक सुना और अपनी बात को भी समक्ष रखा । उन्होंने कहा कि ऊर्जा विभाग के एमडी को हाल में ही कार्यभार मिला है। कर्मचारियों की मांग को पूरा करने के लिए उन्हें समय चाहिए।