
पुलवामा में आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने वाले शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है।यह उत्तराखंड के लिए बड़े गर्व की बात है। शहीद मेजर विभूति को आज मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजा गया।बता दे की दिल्ली में आयोजित अलंकरण समारोह में शहीद मेजर विभूति की पत्नी लेफ्टिनेंट नितिका कौल और मां श्रीमती सरोज ढौंडियाल ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पुरस्कार ग्रहण किया।
उत्तराखंड देहरादून निवासी विभूति ढौंडियाल जम्मू-कश्मीर में सेना में तैनात थे, वहीं 2019 में पुलवामा हमले के दौरान शहीद हो गए थे। एक खूंखार आतंकवादी को मौत के घाट उतार कर मेजर विभूति घायल होने के बावजूद भी आतंकियों से लड़ते रहे। आखिर में लड़ते लड़ते उन्होंने अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। पुलवामा हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ चले ऑपरेशन में शहीद हुए मेजर विभूति ढौंडियाल की टीम ने पांच आतंकवादियों को मार गिराया था।सायद ही पुलवामा हमले को कोई भी भूल पाया हो और ना नहीं भूल पायेगा ।
वर्तमान में उनके घर में मां सरोज, पत्नी नितिका और सबसे छोटी बहन वैष्णवी हैं। सबसे बड़ी बहन पूजा की शादी हो चुकी है।मेजर विभूति के शहीद होने के बाद पत्नी नितिका ने पति के सपने को पूरा करने के लिए सेना में जाने का निर्णय किया और वूमेन एंट्री स्कीम की परीक्षा उत्तीर्ण करके सेना में बतौर लेफ्टिनेंट पद में न्युक्त हुई।