इन दिनों पूरे प्रदेश में उत्तराखण्ड पुलिस ने गंगा घाटों , धार्मिक स्थलों, संगम स्थली, पर्यटक स्थल या किसी भी सार्वजनिक स्थलों पर भी कूड़ा-करकट इत्यादि फैला देते हैं या फिर किसी पार्टी के नाम पर कहीं पर भी बैठकर शराब का सेवन करते , हुड़दंग मचाने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही करने के मकसद से “ऑपरेशन मर्यादा” शुरू की गया है। जिसका मुख्य उद्देश्य यही है अपनी मर्यादा में रहें। इस प्रकार की कार्यवाही को रुद्रप्रयाग जिला पुलिस द्वारा भी लगातार चलाया जा रहा है।
जैसा कि इस समय में केदारनाथ धाम में आने वाले श्रद्वालुओं के लिए केदारनाथ धाम की यात्रा पर रोक है। इस सम्बन्ध में बहरी राज्यों से आने वाले श्रद्वालुओं/पर्यटकों को जनपद की बॉर्डर सिरोबगड़ (सीमा जनपद पौड़ी से मिलती है) चिरबटिया (सीमा टिहरी गढ़वाल से मिलती है) तथा जनपद के भीतर के चैक पोस्टों पर रोककर साफ तौर पर आगाह कर दिया जा रहा है कि यात्रा फिलहाल बन्द है।
इन सीमाओं पर आने वाले सैलानियों द्वारा यह बतलाकर कि वे तो चोपता या जनपद के अन्य पर्यटक स्थलों कि अमुक भ्रमण पर जा रहे हैं, तो ऐसे में जिला पुलिस द्वारा आवश्यक दस्तावेजी चेकिंग कार्यवाही पूर्ण करने के उपरान्त ही इन लोगों को आने दिया जा रहा है।
परन्तु स्थानों से कुछ लोग सब कुछ बताये जाने के बावजूद भी केदारनाथ यात्रा पड़ाव सोनप्रयाग पहुंच जा रहे हैं, जिनको कि पुलिस द्वारा सोनप्रयाग से अच्छी तरह से समझाकर बुझा कर वापस लौटा दिया जा रहा है।
बता दें कि सोनप्रयाग पुलिस ने बीते शुक्रवार को भी शाम के समय मुजफ्फरनगर से आए 5 युवकों को वापस भेज दिया था। लेकिन देर रात को इन्होंने गुप्तकाशी के इलाके से में पहुंचकर, विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र के आस-पास आपस में बहस करते हुए जोर – जोर से शोर मचाने लगे। जिनके खिलाफ थाना गुप्तकाशी पुलिस द्वारा “ऑपरेशन मर्यादा ” के अंतर्गत उत्तराखण्ड पुलिस अधिनियम के तहत चालानी कार्यवाही की गयी। वहीं,जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा ऑपरेशन मर्यादा के तहत अब तक कुल 39 लोगों के खिलाफ उत्तराखण्ड पुलिस अधिनियम के तहत कार्यवाही की गयी है।