उत्तराखंड के नई टिहरी में गजा तहसील के गुमाल गांव में सात वर्ष पूर्व एक मामूली से विवाद में आरोपी संजय सिंह ने अपने परिवार के तीन सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। वहीं इस घटना के बाद ग्रामीण दहशत में आ गए थे।
उस वक्त दिनभर की कवायद के बाद कमरे में कैद आरोपी को जब पुलिस द्वारा रात को गिरफ्तार किया गया , तो ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। आरोपी तब से जेल में ही बंद है। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बुधवार को न्यायालय ने आरोपी को मृत्युदंड की सजा सुनाई।
13 दिसंबर 2014 को गुमालगांव में तब दहशत का माहौल बन गया था, जब एक सिरफिरे ने अपने ही परिवार के तीन लोगों की बेरहमी से निर्मम हत्या कर दी थी। हत्या के पीछे की जो कहानी बताई गई थी, वह एक मामूली सा विवाद था। ग्रामीणों के अनुसार 13 दिसंबर 2014 की सुबह आरोपी के सगे भाई सुरेंद्र सिंह उम्र 32वर्षीय ने संजय को डांट दिया था कि वह कुछ काम क्यों नहीं करता। तो इसी बात को लेकर आरोपी संजय तैश में आ गया।
उसके बाद संजय ने घर में रखी तलवार निकाली और उसे धार देने के बाद वह करीब सुबह 10.30 बजे जंगल की तरफ चला गया। वहां उसने बकरी चुगाने गई अपनी गर्भवती भाभी कांता देवी पर धार -धार तलवार से ताबड़तोड़ हमला कर उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था।
वहां से लौटकर वह घर के पास झाड़ियों में छिप गया था। इस दौरान आरोपी ने घर लौट रहे अपने सगे भाई सुरेंद्र पर पीछे से वार कर उसकी भी हत्या कर दी थी। बताया गया कि उसकी मां मीना देवी को जब इस घटना का पता चला, तो वह घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़ी।तो संजय ने अपनी माँ को भी नहीं बख्सा और रास्ते में जा रही अपनी मां को भी मार दिया।
बताया गया कि मां, भाई और भाभी की हत्या करने के बाद वह अपने पिता की तलाश भी कर रहा था, परन्तु गनीमत ये रही कि उसका पिता उस वक्त चाका बाजार गया था। जिससे वह बच गया।
पिता की लाइसेंसी बंदूक, तलवार के साथ कमरे में कैद हो गया था ये खूंखार आरोपी
हालांकि घटना के दो महीने बाद ही आरोपी के पिता की भी मृत्यु हो गई थी। घर में तीन लोगों की हत्या करने के बाद आरोपी अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक और तलवार के साथ घर के एक कमरे में कैद हो गया।
वहीं मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने उसे कमरे से बाहर आने को कहा था, परन्तु वह बंदूक से फायर करने की धमकी देता रहा। दिनभर चली कार्रवाई के बाद रात को पुलिस द्वारा आंसू गैस का प्रयोग कर उसे कस्टडी में लिया था।
घर में तीन लोगों की हत्या से सहमे आरोपी के पिता राम सिंह ने अपने आरोपी पुत्र के विरुद्ध राजस्व पुलिस में तहरीर दी थी। बुधवार को न्यायालय ने अभियुक्त को मृत्युदंड की सजा सुनाई।