उत्तराखंड की पांचवी विधानसभा के लिए राज्य के 82.66 लाख मतदाता सभी 70 सीटों के लिए मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल व आम आदमी पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए गए कर्नल अजय कोठियाल समेत अन्य नेता शामिल हैं। भाजपा, कांग्रेस और आप के 70-70 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। बसपा के 60, सपा के 56 और उक्रांद के 46 प्रत्याशियों के अलावा 260 अन्य प्रत्याशी भी मैदान में हैं। मतदान के लिए निर्वाचन आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है। राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने कहा कि सभी मतदाता मतदान के लिए अपना फोटो युक्त मतदाता पहचान पत्र लाएं।
आखिर वह घड़ी आ ही गई, जिसका सबको बेसब्री से इंतजार है। एक माह से कुछ अधिक समय तक चला चुनावी शोरगुल शनिवार शाम थम गया था और अब बारी मतदाता की है। प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार सुबह आठ बजे मतदान शुरू होगा। शाम छह बजे तक मतदान केंद्र तक पहुंचने वालों को मतदान का मौका दिया जाएगा। डाक मतपत्र मतगणना के दिन, यानी 10 मार्च सुबह आठ बजे तक स्वीकार किए जाएंगे। मतदान केंद्र के 100 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित रहेगा। राज्य की सभी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षा के दृष्टिगत सील कर दिया है। सभी पोलिंग पार्टियां, पोलिंग बूथों तक पहुंच गई हैं।
यदि किसी के पास फोटो युक्त पहचान पत्र नहीं है तो 12 अन्य दस्तावेजों को फोटो पहचान पत्र के विकल्प के रूप में प्रयोग कर मतदान कर सकते हैं। मतदान के लिए लिए प्रदेश को 276 जोन और 1447 सेक्टर में बांटा गया है। प्रदेश के 8624 मतदान केंद्रों के 11697 मतदेय स्थलों पर वोट डाले जाएंगे। प्रदेश में नौ मतदान केंद्र 15-20 किमी की दूरी, पांच मतदान केंद्र 14-15 किमी की दूरी, 19 मतदान केंद्र 10 से 14 किमी की दूरी और 123 मतदान केंद्र छह किमी से 10 किमी तक की दूरी पर स्थित हैं।
प्रदेश में 156 माडल मतदेय स्थल बनाए गए हैं। यहां हर तरह की सुविधा होगी। 101 सखी मतदेय स्थल बनाए गए हैं, जिनमें मतदान अधिकारी हो या सहायक मतदान अधिकारी, सभी महिलाएं होंगी। छह दिव्यांग मतदेय स्थल बनाए गए हैं। यहां के सभी कार्मिक दिव्यांग होंगे। दिव्यांगों की सुविधा के लिए मतदान केंद्रों में व्हील चेयर की भी व्यवस्था की गई है। प्रदेश में 5905 मतदेय स्थल पर वेबकास्टिंग की जाएगी। 310 बूथों पर संचार व्यवस्था न होने के कारण सेटेलाइट फोन और पुलिस व वन विभाग के वायरलेस सिस्टम के जरिये संपर्क साधा जाएगा।प्रदेश में 776 अतिसंवेदनशील (क्रिटिकल), 1050 संवेदनशील (वलनरेबल) और 173 विशेष निगरानी मतदान केंद्र चिह्नित किए गए हैं। चुनाव के दौरान नजर रखने को केंद्र द्वारा एक विशेष सामान्य पर्यवेक्षक, एक विशेष पुलिस पर्यवेक्षक और एक विशेष व्यय लेखा पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। इनके अलावा 34 सामान्य, 13 पुलिस और 21 व्यय लेखक पर्यवेक्षक चुनावी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। प्रदेश में सभी मतदाताओं को जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के माध्यम से मतदाता पर्ची वितरित की जा चुकी है।इसलिए शांतिपूर्ण चुनाव करवाने के लिए प्रदेशभर में 53300 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।11697 मतदान केंद्रों पर 53 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात, संवेदनशील, अति संवेदनशील और अशांत क्षेत्रों में अर्द्धसैनिक बल का पहरा
आंकड़ों पर एक नजर
कुल मतदाता – 8266644
पुरुष मतदाता – 4330759
महिला मतदाता – 3935597
अन्य मतदाता – 288
कुल प्रत्याशी – 632
महिला प्रत्याशी – 63
मतदान में लगे कार्मिक – 79315
सुरक्षा कर्मी – 36095
पीएसी – 23 कंपनी
सीएपीएफ – 114 कंपनी
कुल ईवीएम – 16148
माडल बूथ – 156
सखी बूथ – 101
दिव्यांग बूथ – 06
क्रिटिकल केंद्र – 776
वलनरेबल केंद्र – 1050
विशेष निगरानी बूथ – 173
वेबकास्टिंग – 5905