टिहरी गढ़वाल: टिहरी बांध क्षेत्र में प्रशासन ने बांध के ऊपर से आम वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी है। अब केवल अधिकृत और आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहन ही डैम के ऊपर से गुजर सकेंगे। टीएचडीसी यह निर्णय द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से एहतियाती कदम के रूप में लिया गया है।
टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (THDC) के अधिकारियों के अनुसार, टिहरी डैम के ऊपर आवश्यक रख-रखाव और मरम्मत का कार्य चल रहा है, जिसके दौरान आम वाहनों की आवाजाही से कार्य में बाधा और सुरक्षा जोखिम उत्पन्न हो सकते हैं। इन कारणों से अगले आदेश तक बांध के ऊपर आम वाहनों की एंट्री पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गई है। प्रशासन ने बताया कि इस अवधि में केवल एम्बुलेंस, पुलिस, फायर ब्रिगेड, आपातकालीन सेवा, और विभागीय वाहनों को ही गुजरने की अनुमति दी जाएगी। अन्य सभी वाहन चालकों और यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और अनावश्यक रूप से डैम क्षेत्र की ओर न आएं।
स्थानीय जनता और पर्यटकों को असुविधा
प्रशासन का यह निर्णय स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए कुछ असुविधा का कारण बन सकता है, क्योंकि टिहरी डैम न केवल एक प्रमुख जलविद्युत परियोजना है बल्कि उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से भी एक है। हर दिन बड़ी संख्या में पर्यटक डैम का नजारा देखने और झील क्षेत्र घूमने पहुंचते हैं। हालांकि, विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह प्रतिबंध अस्थायी है और मरम्मत कार्य पूर्ण होते ही यातायात बहाल कर दिया जाएगा।
सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
टीएचडीसी के अधिकारियों ने बताया कि टिहरी बांध विश्व के सबसे ऊँचे बांधों में से एक है और इसकी सुरक्षा किसी भी परिस्थिति में समझौते योग्य नहीं है। समय-समय पर बांध की दीवारों, गेटों और संबंधित संरचनाओं की तकनीकी जांच और मरम्मत कार्य किए जाते हैं ताकि इसकी मजबूती बनी रहे। इस दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनधिकृत गतिविधि से सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसलिए प्रशासन ने जनता से सहयोग और संयम बनाए रखने की अपील की है।
वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था
जिला प्रशासन के अनुसार, जिन लोगों को जरूरी यात्रा करनी है, उनके लिए नजदीकी वैकल्पिक मार्गों की जानकारी स्थानीय स्तर पर दी जा रही है। संबंधित थाना क्षेत्र के माध्यम से भी आम जनता को रूट डायवर्जन की जानकारी साझा की जा रही है।









