
गीता साहू और उसके पति अनिल साहू के बीच पांच वर्षों से कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था। पति-पत्नी के बीच वो आया तो रिश्ते में दरार और बढ़ गई। प्रेमी को लेकर अक्सर दोनों के बीच तनातनी होती थी। गीता पति से ज्यादा प्रेमी पर विश्वास करने लगी। चोरी-छिपे मिलने के बाद दोनों खुलकर एक-दूसरे से मिलने लगे थे। पति को यह बात नागवार गुजरती थी। उसने कई बार पत्नी व उसके प्रेमी दोनों को समझाया, पर कोई नहीं माना। शुक्रवार की रात प्रेमी जब उसकी पत्नी से मिलने के लिए घर पहुंचा तो अनिल का पारा चढ़ गया। उसने पहले शराब पी।
देर रात प्रेमी के सिर पर पत्थर से कई कई वार कर उसकी जीवनलीला समाप्त कर दी। पत्नी ने यह सब देखा और प्रेमी के भाई को रात दो बजे फोन कर कहा कि तुम्हारे भाई को मेरे पति ने मार दिया है। जल्दी आकर तुम उसे अस्पताल ले जाओ। वर्ष 2020 में अनिल साहू पत्नी गीता, 13 साल के बेटे व नौ साल की बेटी को लेकर गौजाजाली में किराए के मकान में रहने को चला गया था।
शुक्रवार को हद पार हो गई, युवक उनके ही घर में आ गया। खाना खाने के बाद जब अनिल बच्चों के संग कमरे में सोया तो गीता बाहर बरामदे में आ गई। वह बेड पर सो रही थी और प्रेमी उसी बरामदे में नीचे चादर बिछाकर सो गया। रात डेढ़ बजे जब उसकी आंख लगी तो अनिल घर के बाहर गया, पत्थर उठाकर लाया और सीधे सिर पर वार कर दिए। प्रेमिका ने वारदात के बाद प्रेमी के भाई को फोन कर बुलाया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
पति के नशा करने से परेशान थी प्रेमिका
घर में सोकर तरुण ने बुलाई अपनी मौत
तरुण ने प्रेमिका के घर में सोकर अपनी मौत को खुद बुला ली थी। उसे पहले से इस बात की जानकारी थी कि प्रेमिका का पति उससे दुश्मनी रखता है, शुक्रवार को तो प्रेमिका का पति नशे में भी था। तरुण के घर पहुंचने पर पति-पत्नी के बीच आपस में झगड़ा भी हुआ था।
पति का कहना था कि उसकी मौजूदगी में यह कैसे घर में आ गया। इतना सब होने के बाद तरुण अपने घर नहीं गया। उसी घर के अंदर सोने पर महिला के पति ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
इसलिए सोते हुए मारा
अनिल ने पुलिस के समक्ष स्वीकारा है कि वह शारीरिक रूप से तरुण का मुकाबला नहीं कर सकता था, इसलिए वर्षों तक सबकुछ सहता रहा। शुक्रवार की रात में जब तरुण नींद में था तो उसने मौका पाकर उसे हमेशा के लिए सुला दिया।