विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विवादित टिप्पणी के कारण प्रेम चंद अग्रवाल के मंत्री पद गंवाने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल के पुख्ता संकेत मिलने शुरू हो गए थे। यद्यपि, इस तरह की चर्चा पिछले लगभग तीन सप्ताह से राजनीतिक गलियारों में चल रही है।मंत्रिमंडल विस्तार का मुख्य कारण पांच मंत्री पदों का रिक्त होना है क्योंकि इससे कामकाज में व्यवहारिक दिक्कतें आने की संभावना है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने हाल ही में संकेत दे दिए थे कि मंत्रिमंडल विस्तार अब जल्द होगा। भट्ट का कहना था कि यही मंत्रिमंडल विस्तार का सही समय है।पिछले दो दिनों से मुख्यमंत्री धामी के दिल्ली दौरे और इस दौरान मंत्रिमंडल विस्तार व फेरबदल को लेकर केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा की बात सामने आ रही थी। मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री दिल्ली पहुंच गए।
अमित शाह से मिल सकते हैं सीएम धामी
सूत्रों के अनुसार वह मंगलवार रात्रि एक वैवाहिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए, इसलिए अधिक संभावना यही है कि बुधवार को वह केंद्रीय नेताओं से भेंट करेंगे। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से समय मांगा है और मंगलवार देर रात या बुधवार को भेंट संभावित है। इसी दौरान मंत्रिमंडल विस्तार के लिए मुख्यमंत्री हरी झंडी लेंगे। मंत्री पद किस-किस विधायक के हिस्से आएगा, इस पर भी मोहर दिल्ली में लगेगी।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट व प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम भी दिल्ली में ही हैं। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री दोनों नेताओं से भी इस संबंध में विमर्श करेंगे। इस बीच मंगलवार को लगभग एक दर्जन भाजपा विधायक दिल्ली पहुंच गए। बताया जा रहा है पार्टी के 12 विधायकों के नाम मंत्री पद के लिए छंटनी किए गए हैं, जिनमें से तीन से लेकर पांच विधायकों का नंबर लग सकता है। मुख्यमंत्री बुधवार देर शाम या गुरुवार को देहरादून वापस लौटेंगे।