राज्य सरकार द्वारा कोविड -19 की गाइडलाइन में दी गई ढील के बाद निरंतर सैलानियों का अधिक संख्या में उत्तराखण्ड आना शुरू हो गया है। कोटद्वार और आसपास के इलाकों में भी सैलानियों की आवाजाही बढ़ गई है। जिसको मध्यनजर रखते हुए पर्यटन नगरी लैंसडाउन ताड़केश्वर व आसपास के क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने सख्ती दिखते हुए बिना आरटीपीसीआर नेगेटिव जाँच रिपोर्ट के कोटद्वार और नजदीकी पहाड़ी इलाकों में जाने पर पूर्ण तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।
इसी क्रम में जिलाधिकारी के निर्देशों पर शनिवार को पुलिस ने ठोस कार्रवाई करते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के दृष्टिगत सैलानियों की बढ़ती भीड़ -भाड़ को देखते हुए तुरंत कौड़िया चेक पोस्ट पर आरटी पीसीआर जांच कराना शुरू कर दिया है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कौड़िया चेकपोस्ट पर 4 लोगों की टीम आरटीपीसीआर जांच कर रही है। तो वहीं कौड़िया और तिलवाडांग बैरियर से दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों को पुलिस के द्वारा रोका जा रहा है और उन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीम के पास टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है। वहीं दुगड्डा, लैंसडौन, डेरियाखाल, गूमखाल, जयहरीखाल, चरेख, हनुमंत्री समेत अन्य जगहों पर भी रिजॉर्ट बने हुए हैं। जहां बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों की आवाजाही हो हो रहती है।
तो वहीं देखा गया कि कुछ लोग कोरोना रिपोर्ट से बचने के चलते लालढांग और मोटाढांग तल्ला के रास्ते से कोटद्वार में प्रवेश कर रहे थे। । साथ ही पुलिस ने बिना नेगेटिव रिपोर्ट के पहुंचे ज्यादातर वाहनों को सख्ती के साथ वापस भेज दिया । वहीं कोतवाल नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर के खतरे की वजह से बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट के बिना प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।