हरिद्वार। चारधाम यात्रा सीजन के बीच शनिवार तड़के तीन बजे हरकी पैड़ी पर अचानक घाटों तक जल आ जाने से अफरातफरी मच गई। सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते बैराज से ज्यादा जल छोड़ दिया गया, जिससे घाटों पर सो रहे श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। कई घंटे तक हरकी पैड़ी के गंगा घाट जलमग्न रहे। बाद में जलस्तर घटने पर स्थिति सामान्य हुई।चारधाम यात्रा सीजन के चलते इन दिनों गंगा घाटों पर रात-दिन चहल-पहल रहती है। गर्मी से राहत पाने के लिए देर रात के बाद कुछ श्रद्धालु घाट पर ही सो जाते हैं।इससे घाटों पर सो रहे श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन घंटों तक अफरा-तफरी मच रही। करीब एक घंटे बाद जलस्तर कम करने पर घाटों से पानी उतर गया। कुछ साल पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है।हालांकि गनीमत यह है कि पहले भी कोई जनहानि नहीं हुई। लेकिन, लापरवाही या तकनीकी कारणों के चलते ऐसी स्थिति पैदा होने से हादसे की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है।वहीं, इस मामले में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ (कैनाल) एसके कौशिक का कहना है कि तकनीकी कारणों से बिजली की सप्लाई बाधित होने के कारण मोटर नहीं चल पाई थी, जिस कारण यह गड़बड़ी हुई है।