डॉ. हरक सिंह के कांग्रेस में शामिल होने पर दावेदारों ने लोकल फॉर वोकल के नारे के साथ अपने बीच के एक प्रत्याशी को निर्दलीय मैदान में उतारने
की चेतावनी भी दी।
कांग्रेस नेता धीरेंद्र प्रताप, रघुवीर बिष्ट समेत लैंसडौन विधानसभा से टिकट के सभी 12 दावेदारों ने भाजपा से निष्कासित पूर्व वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को पार्टी में शामिल करने का पुरजोर विरोध किया है। दावेदारों ने उन्हीं में से एक को पार्टी प्रत्याशी बनाने की मांग की। साथ ही डॉ. हरक सिंह के कांग्रेस में शामिल होने पर उन्होंने लोकल फॉर वोकल के नारे के साथ अपने बीच के एक प्रत्याशी को निर्दलीय मैदान में उतारने की चेतावनी भी दी।हरक या उनकी
पुत्रवधू को टिकट देना गलत
एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में जयहरीखाल के ब्लाक प्रमुख दीपक भंडारी, महिला कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री रंजना रावत, मनीष सुंद्रियाल, गोपाल रावत ने डॉ. हरक सिंह रावत को कांग्रेस में शामिल करने का पुरजोर विरोध किया। कहा कि डॉ. हरक सिंह रावत अभी तक राजनीतिक दलों की लहर के चलते ही जीतते आए हैं। हरक सिंह रावत ने वर्ष 2016 में कांग्रेस की सरकार गिराई और अब वह अपनी पुत्रवधू के लिए टिकट मांगने की शर्त पर कांग्रेस में शामिल होने की बात कर रहे हैं।कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने रिखणीखाल में हुई सभा में सभी दावेदारों में से एक के नाम पर सहमति बना उसे पार्टी प्रत्याशी बनाने का आश्वासन दिया था। जिस पर सभी दावेदार गांव-गांव जाकर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना चुके हैं। ऐसे में उन्हें या उनकी पुत्रवधू को टिकट देना गलत होगा।डॉ. हरक सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हुआ तो सभी दावेदार अपने बीच से एक नाम पर सहमति बनाते हुए उसे निर्दलीय मैदान में उतारेंगे और उसकी जीत सुनिश्चित कराने के लिए कार्य करेंगे।इस मौके पर ब्लाक अध्यक्ष होशियार सिंह (जयहरीखाल), प्रमोद रावत (रिखणीखाल), जंग बहादुर नेगी (नैनीडांडा), प्रधान संघ नैनीडांडा के अध्यक्ष देवेंद्र रावत, जिला महामंत्री पृथ्वीपाल पर्णवाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य सूरजपाल सिंह, कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनोज रावत, सोशल मीडिया सेल के प्रदेश सचिव आदित्य द्विवेदी, पूर्व प्रधानाचार्य वीरेंद्र सिंह, पूर्व प्रधान घनश्याम सिंह, यूथ कांग्रेस के जिला सचिव सनोज सिंह, किसान संगठन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नेगी, राज्य आंदोलनकारी चंद्रमोहन सिंह रावत, उप प्रधान संघ के अध्यक्ष पिंटू असवाल आदि मौजूद रहे।