अकेले चीनी सैनिकों को मार गिराने वाले जसवंत सिंह रावत की याद में जसवंतगढ़ जिले के गठन की मांग तेज

पौडी से अलग जसवँतगढ़ को जिला बनाने की माँग
देहरादून प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में जसवँतगढ़ जिला संघर्ष समिति ने भारतीय सेना ने अमर शहीद जसवँत सिंह के नाम पर जिला बनाने की माँग की,गढ़वाल राईफल के राईफलमैन जसवँत सिंह का जन्मबिकासखँड बीरोंखाल के ग्राम वाडियों में हुआ था।जो वर्तमान समय में पौडी़ जनपद में है।संघर्ष समिति ने कहा ,नैनीडाँडा,वीरोंखाल,पोखडा़,लैन्सडाउन,रिखणीखाल,और जनपद अल्मोडा़ के कुछ भाग को मिलाकर जसवँतगढ़ जनपद का निर्माण किया जाए।शहीद जसवँत भारतीय सैना के ऐसे जवान हैं जिन्हें मरणोपरान्त नियमित प्रमोशन मिलता रहा है।1962 के भारत चीन युद्व के दौरान दुशमन की क ई चौकियों अमर शहीद जसवँत ने ध्वस्त कर दिया था।जहाँ देश में अरूणाचल में जसवँतगढ नाम से भब्य स्मारक बनाया गया है,वहीं हम लोग आज भी मूल भूत सुविधाओं शिक्षा,स्वास्थ्य,सुरक्षा,आवागमन की असुविधाओं से जूझ रहे हैं।इस सँबध में संघर्ष समिति ने राज्यपाल से मुलाकात की और अपनी माँग रखी।उत्तराखँड के इस क्षेत्र को अगर देखें तो भौगोलिक दृष्टि से बहुत दुर्गम क्षेत्र है।सुविधाओं के अभाव में लोग बडे़ पैमाने पर पलायन कर रहे हैं।संघर्ष समिति में संयोजक,आर पी ध्यानी,कर्नल दर्शन सिंह रावत,कर्नल राम रतन नेगी,कैप्टन जी एस नेगी,और महासचिव आलम सिंह रावत मौजूद रहे

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