देहरादून। उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति के तत्वाधान में चाँदनी इंटरप्राइजेज के संयोजन से राज्य स्तरीय लोकगायन प्रतियोगिता गित्यार सीजन 2 का द्वितीय सेमीफाइनल दून विश्वविद्यालय के सीनेट हाल में आयोजित किया गया जिसमें गढ़वाल मंडल के विभिन्न जनपदों से ऑनलाइन ऑडिशन में चुने गए दस गायकों में से पाँच का चयन फाइनल राउंड के लिए किया गया। इस से पूर्व कुमाऊँ मंडल का सेमीफाइनल राउंड दिनांक 3 सितम्बर को हल्द्वानी में किया गया था। कुमाऊँ और गढ़वाल से चुने गये 10 गायक फाइनल में प्रतिभाग करेंगे।
प्रतियोगिता के संयोजक एवं उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति के संरक्षक नवीन टोलिया जी ने बताया कि गित्यार प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य उभरते हुए गायक – गायिकाओं की खोज के साथ साथ उन्हें मंच भी प्रदान करना है। इस वर्ष गित्यार लोकगायन प्रतियोगिता में सम्पूर्ण उत्तराखंड से 498 गायकों द्वारा उत्तराखंड की लोक भाषा में लोक विधा पर आधारित गीतों की प्रस्तुतियाँ दी। जिसमें से 53 प्रतिभागी द्वितीय चरण हेतु चयनित किये गये और पुनः ऑनलाइन ऑडिशन के माध्यम से 25 प्रतिभागी सेमीफ़ाइनल राउंड के लिए चयनित हुए।
सेमीफ़ाइनल प्रतियोगिता में प्रत्येक प्रतिभागी द्वारा तीन प्रस्तुतियाँ दी गयी और निर्णायकों द्वारा प्रतिभागियों से लोक संगीत विधाओं से सम्बंधित प्रश्न भी पूछे गए जिसके आधार पर पाँच प्रतिभागी अविनाश भारद्वाज (देहरादून), मंदीप सिंह (पौड़ी गढ़वाल), रजत पाल (हरिद्वार), श्रुति खंडूरी (उत्तरकाशी), वसुधा गौतम (पौड़ी गढ़वाल) फाइनल हेतु चुने गये।
फाइनल में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को नक़द पुरस्कार आकर्षक ट्रॉफी एवं उपहार प्रदान किए जाएँगे। साथ ही उनके आने जाने और रहने का पूरा खर्च आयोजकों द्वारा वहन किया जाएगा। संगीत निर्देशक रणजीत सिंह, सागर शर्मा और राजेंद्र कुमाऊँनी जी ने विजेताओं के लिए एक एक गीत निःशुक्ल बनाने की घोषणा भी की गयी।
प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में लोकगायिका मीना राणा, लोकगायक सन्तोष खेतवाल, डॉ राकेश भट्ट एवं लोकगायक रजनीकांत सेमवाल रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ निर्णायक मंडल एवं मुख्य अतिथि महिपाल सिंह रावत द्वारा द्वीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन आर.जे. योगंबर पोली द्वारा किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी, प्रह्लाद सिंह मेहरा, राजेंद्र चौहान, कल्पना चौहान, रोहित चौहान, आर जे काव्य, कैलाश डंगवाल, मन्नू जोशी, गोविंद नेगी, सोहन चौहान, रणजीत सिंह, नितेश बिष्ट, पवन ललित गित्यार आदि उपस्थित रहे।