रुद्रप्रयाग। उद्योग बंधुओं की समस्याओं के निराकरण एवं उनके द्वारा स्थापित किए जाने वाले औद्योगिक इकाइयों के लिए ऋण उपलब्ध कराए जाने को लेकर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में जिला कार्यालय एनआईसी सभागार में ’जिला उद्योग मित्र समिति एवं एकल खिड़की सुगमता’ की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि उद्योग बंधुओं द्वारा अपनी औद्योगिक इकाइयों को स्थापित करने के लिए जो भी आवेदन किए जाते हैं, उन आवेदनों को शीर्ष प्राथमिकता से नियमानुसार बैंक से स्वीकृत कराने की कार्यवाही करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि उद्योग बंधुओं द्वारा संचालित की जा रही औद्योगिक इकाइयों के संचालन में किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो तथा उनकी जो भी समस्याएं हैं उनका तत्काल निराकरण किया जाए। ताकि उद्योग बंधुओं को अपने औद्योगिक इकाइयों के संचालन में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। इसके लिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए समस्याओं का निराकरण तत्परता से करें। उन्होंने महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र से कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमियों की जो भी समस्याएं हैं, उन समस्याओं का पूर्ण विवरण फोटोग्राफ सहित तैयार कर आगामी बैठक में पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया जाए। ताकि वस्तुस्थिति के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए संबंधित विभाग द्वारा की जाने वाली कार्यवाही तत्परता से कराई जा सके। बैठक में उद्यमियों इकाइयों के ब्याज उपादान से संबंधित 10 प्रकरण बैंकों से प्राप्त हुए हैं, जिन्हें जिलाधिकारी द्वारा सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र महेश प्रकाश ने बताया कि एकल खिड़की सुगमता के अंतर्गत माह सितंबर 2023 से वर्तमान तक 12 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिन्हें अन्य विभागों से सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान करने के बाद निर्धारित समयावधि के अंतर्गत ऑनलाइन सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोई भी आवेदन पत्र लंबित नहीं हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अग्रणी बैंक अधिकारी चतर सिंह, कोषाधिकारी चंद्रप्रकाश सती, जिला सेवायोजन अधिकारी कपिल पांडे, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, एसडीओ विद्युत विभाग राहुल चौहान, सहायक अभियंता जल संस्थान रेवत सिंह रावत, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष सहित उद्यमी मौजूद रहे।