देहरादून। तुलाज इंस्टीट्यूट ने कॉलेज परिसर में दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय मैराथन कोडिंग प्रतियोगिता तुलाज हैकथॉन 2023 का आयोजन किया। कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों के विभिन्न संगठनों के प्रतिभाशाली व्यक्तियों और टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता की शुरुआत सरस्वती वंदना और राष्ट्रगान से हुई, जिसके बाद तुलाज इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ. अनिल कुमार ने स्वागत भाषण दिया, और मुख्य अतिथि प्रोफेसर दुर्गेश पंत, महानिदेशक यूकोस्ट, डॉ. लोकेश शर्मा, डॉ. सुमित श्रीवास्तव, डॉ. महेश जांगिड़, मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर, बालाजी अय्यंगार (लीड आर्किटेक्ट ट्राइकॉन), और विभिन्न राज्यों से आये प्रतिभागियों का स्वागत किया।
प्रोफेसर दुर्गेश पंत ने दर्शकों को संबोधित किया और प्रतिभागियों को अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों ने दो मुख्य सत्रों में भाग लिया। पहले सत्र का संचालन सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के उप निदेशक डॉ. लोकेश शर्मा द्वारा किया गया। उन्होंने सत्र में आधुनिक समय में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग के व्यावहारिक अनुप्रयोगों को साझा किया। दुसरे सत्र का संचालन श्री बालाजी अय्यंगर, लीड आर्किटेक्ट ट्राइकॉन द्वारा किया गया, जिन्होंने वित्त प्रौद्योगिकी, ब्लॉकचेन और आईओटी के बारे में प्रतिभागियों के साथ जानकारी साझा की। डॉ. आनंद कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम के सफल और सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिभागियों के लिए महत्वपूर्ण नियमों और विनियमों के बारे में जानकारी दी।
30 घंटे की कोडिंग के बाद, समापन सत्र के दौरान परिणाम घोषित किए गए। एमआईटी मुरादाबाद की टीम सचिन ने प्रथम पुरस्कार हासिल किया, जबकि तुलाज इंस्टिट्यूट की टीम मोहित कुमार ने द्वितीय पुरस्कार और तुलाज इंस्टिट्यूट की टीम नमन बाजपेयी ने तृतीय पुरस्कार जीता। इसके अतिरिक्त दो कॉन्सोलेशन पुरस्कार तुलाज इंस्टिट्यूट की टीम निखिल माथुर और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की टीम कल्पना मेहता को दिए गए।
प्रतिभागियों को डॉ. राघव गर्ग, उपाध्यक्ष (प्रौद्योगिकी) से सराहना मिली। इस कार्यक्रम में डॉ. सुनील सेमवाल, डीन आरएंडडी, डॉ. त्रिपुरेश जोशी, समन्वयक आरएंडडी, वैभव, टीपीओ, डॉ. संदीप कुमार और संदीप गौतम उपस्थित रहे। कार्यक्रम ने प्रतिभागियों को अपने कोडिंग कौशल दिखाने और उद्योग के विशेषज्ञों से सीखने के लिए एक मंच प्रदान किया।