उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल के चौबट्टाखाल तहसील से एक घिनौना मामला सामने आया है। जहां गांव के रिश्ते के ताऊ ने एक 16 वर्षीया नाबालिग भतीजी से दुष्कर्म जैसी घिनौनी घटना को आजम दिया है।
पीड़ित बच्ची के पेट दर्द की शिकायत पर जब उसके परिजनों द्वारा उसे चिकित्सक के पास जांच के लिए ले जाया गया, तो जांच में मालूम चला कि किशोरी सात महीने कि गर्भवती है। परिजनों ने जब पूछताछ की तो पूछताछ में किशोरी ने इसके लिए गांव के रिश्ते के ताऊ को दोषी ठहराया है। किशोरी द्वारा बताया गया कि सात माह पूर्व मवेशियों को चुगाते हुए ताऊ ने उसके संग दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी और आरोपी ने कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। परिजनों ने जब आरोपी से इस संबंध में पूछताछ की तो वह उन्हें भी धमकाने लगा। फ़िलहाल पीड़िता के पिता की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ पोक्सो अधिनियम समेत संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। तो वहीं राजस्व पुलिस ने संसाधनों का अभाव बताते हुए मामले को रेगुलर पुलिस के सुपुर्द करने का अनुरोध उच्चाधिकारियों से किया है।
वहीं राजस्व उपनिरीक्षक पटवारी सर्किल किमगड़ीगाड़ प्रथम राजपाल सिंह राणा ने बताया कि पीड़िता के पिता की तरफ से तहरीर दी गई है, जिसमें बताया गया कि उसकी 16 वर्षीय दिव्यांग बेटी के पेट में दर्द होने पर उसे चिकित्सक के पास ले गए थे। चिकित्सकीय जांच में उसकी सात महीने की गर्भवती होने की पुष्टि हुई। पूछताछ में किशोरी ने इसके लिए गांव के रिश्ते के ताऊ को जिम्मेदार बताया है।