राजधानी दून में कोरोना वायरस वैक्सीन की अधिक मात्रा में किल्लत होने के चलते टीकाकरण बुरी तरह से प्रभावित तो है ही। साथ ही अब लोगों की दूसरी डोज पर भी संकट के बादल छाने लगे हैं। दून में दो लाख नौ हजार 703 लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन लगे हुए 84 दिन से भी अधिक समय हो गया है। वैक्सीन सीमित संख्या में होने के कारण से इनको टीके नहीं लग पा रहे हैं। वहीं विभाग बड़ी संख्या में टीके की मांग कर रहा है। विभाग के आंकडों के मुताबिक जिले में 18 प्लस की श्रेणी में नौ लाख एवं 45 प्लस की श्रेणी में पांच लाख लोगों को वैक्सीन लगाए जाने का लक्ष्य है। 18 प्लस की श्रेणी में दो लाख 56 हजार 241 लोगों को पहली और 6909 लोगों को दूसरी डोज लगाई गयी है। 45 प्लस की श्रेणी में 391814 लोगों को पहली और 160826 को दूसरी डोज लगी है। कोविशील्ड की कुल 651067 डोज लगाई गई है, जिसमें से 290703 लोगों की दूसरी डोज लगनी बाकी है। वहीं कोवैक्सीन की पहली डोज का लाभ 63391 लोगों को मिल चुका है। जबकि दूसरी डोज 24290 लोगों लगना बाकी है। रविवार को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. सुधीर पांडेय, जिला कोविन पोर्टल प्रभारी डा. आदित्य सिंह की टीम ने पूरे डाटा की समीक्षा की और बैकलॉक को समाप्त करने की रणनीति बनाई है। स्टेट को डिमांड की गई है कि उन्हें अधिक से अधिक वैक्सीन दिए जाए। जनपद में रविवार को कोविशील्ड की महज 14000 और कोवैक्सीन की सिर्फ 16920 डोज बची थी। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. सुधीर पांडेय के अनुसार कोविशील्ड डोज की कमी को मध्यनजर कर पहली डोज न लगाए जाने के निर्देश केंद्रों को दिये गये हैं।