उत्तराखंड: चौखुटिया में स्वास्थ्य के लिए आरपार की लड़ाई, खुद को खत्म करने पर उतारू आंदोलनकारी

अल्मोड़ा: बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं की मांग पर चौखुटिया में आंदोलनकारी भूख हड़ताल और सत्याग्रह पर हैं। कल “ऑपरेशन स्वास्थ्य आंदोलन” के आठवें दिन आंदोलनकारी हीरा सिंह पटवाल ने स्वास्थ्य सुविधाओं की मांगों पर कार्रवाई न होने पर अपने आप को गोली मारने की धमकी दे दी। इसके बाद पुलिस ने पटवाल को निगरानी में ले लिया।

चौखुटिया में स्वास्थ्य व्यवस्था के बुरे हालात को लेकर लोगों का गुस्सा फूट रहा है। ऑपरेशन स्वास्थ्य आंदोलन को 8 दिन पूरे हो चुके हैं और आज नवें दिन भी आंदोलन जारी है। हालांकि सरकार की ओर से लिखित आश्वासन मिला है, लेकिन आंदोलनकारी ने साफ कहा है कि जब तक धरातल पर काम शुरू नहीं होता आंदोलन जारी रहेगा। “ऑपरेशन स्वास्थ्य आंदोलन” में भोपाल सिंह बोरा, पार्वती मिश्रा और दिनेश पालीवाल ने आमरण अनशन शुरू कर दिया था। इसके साथ ही आन्दोलनकारियों ने मौन सत्याग्रह और क्रमिक अनशन भी शुरू कर दिया। चौखुटिया के क्षेत्रवासी बड़ी संख्या में आंदोलन स्थल पर मौजूद रहे।

आश्वासन नहीं सुविधाएँ दो

लोगों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से चौखुटिया में स्वास्थ्य सेवाएं ना के बराबर हैं। ना कोई डॉक्टर है, ना ही पर्याप्त सुविधाएं और मामूली जांच के लिए भी CHC केंद्र द्वारा मरीजों को अल्मोड़ा और रानीखेत भेजा जा रहा है। आंदोलनकारियों ने कहा कि प्रशासन केवल आश्वासन देकर आंदोलन खत्म करना चाह रहा है लेकिन जब तक धरातल पर परिवर्तन नहीं दिखता आंदोलनकारी अब पीछे नहीं हटेंगे।

अपनी जान लेने पर उतारू लोग

इसी बीच तब सनसनी फैल गई जब एक आंदोलनकारी हीरा सिंह पटवाल ने अपने आप को गोली मारने की धमकी दे दी। हीरा सिंह पटवाल ने कहा कि अगर मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो वह स्वयं को गोली मार लेंगे। इसके बाद पुलिस में हड़कंप मच गया, इसके बाद से पुलिस ने हीरा सिंह पटवाल को निगरानी में रखा है और अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।

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